प्यार में सही इंसान भी गलत क्यों लगने लगता है? | Emotional Reality of Love
"प्यार में सही इंसान भी अचानक गलत क्यों लगने लगता है? जानिए दिल, डर, उम्मीदों और emotional misunderstandings की सच्चाई।"
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| प्यार में सही इंसान भी गलत क्यों लगने लगता है? |
कभी-कभी किसी रिश्ते में ऐसा पल आता है, जब सामने वाला इंसान सच में हमारे लिए सही होता है…
फिर भी दिल को लगता है कि कुछ गलत है।
कुछ mismatch है।
कुछ uncomfort है।
जैसे दिल कह रहा हो — “सब ठीक है… लेकिन पता नहीं क्यों अच्छा नहीं लग रहा।”
ये बहुत अजीब-सी feeling होती है,
जैसे सामने इंसान perfect हो,
पर दिल फिर भी settle न हो पाए।
आख़िर ऐसा क्यों होता है?
क्यों सही इंसान भी गलत लगने लगता है…
खासतौर पर प्यार में?
आज इस पोस्ट में हम इसी एहसास को महसूस करेंगे —
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✏️ 1. क्योंकि डर हमेशा प्यार से बड़ा लगता है
सही इंसान मिलने पर खुश होना चाहिए…
लेकिन जो लोग टूटा हुआ past लेकर चलते हैं,
उनके दिल में सबसे पहले डर आता है।
डर कि —
“ये भी छोड़कर न चला जाए।”
“ये भी बदल न जाए।”
“ये भी पहले जैसा न निकले।”
“इतना अच्छा कोई मेरे साथ क्यों रहेगा?”
जिस दिल ने दर्द पहले झेला है,
वो नया प्यार देखकर भी घबरा जाता है।
कभी-कभी हम इंसान को नहीं,
अपनी memories को judge कर रहे होते हैं।
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✏️ 2. जब हम खुद को लेकर unsure होते हैं, तो हर रिश्ता गलत लगता है
कभी-कभी problem सामने वाले में नहीं,
हमारी खुद की confusion में होती है।
कभी हम खुद clear नहीं होते —
क्या चाहिए?
कैसे चाहिए?
किस तरह का प्यार चाहिए?
और जब दिल अंदर से confused हो,
तो सही इंसान भी गलत लगता है…
क्योंकि दिल को समझ ही नहीं आता
कि इस बार भरोसा कहाँ से शुरू किया जाए।
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✏️ 3. Past comparison हर नई feeling को खराब कर देता है
हम चाहें या न चाहें,
दिल हमेशा compare करता है —
वो कैसे बात करता था?
वो कैसे care करता था?
वो कैसे हँसाता था?
और अगर नया इंसान अलग होता है,
तो हमें वो गलत लगने लगता है,
सिर्फ इसलिए क्योंकि वो “पहले जैसा” नहीं है।
ये इंसान की गलती नहीं है…
ये दिल की आदत है।
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✏️ 4. कभी-कभी हम प्यार के लिए तैयार ही नहीं होते
ये सबसे बड़ा reason है।
कई बार इंसान सही होता है,
रिश्ता भी सही होता है,
timing ही गलत होती है।
हम emotionally available नहीं होते।
हम अंदर से heal नहीं होते।
हम खुद को अभी तक accept नहीं कर पाए होते।
और जो इंसान खुद को नहीं समझ पाया,
वो सामने वाले की goodness भी महसूस नहीं कर पाता।
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✏️ 5. Expectations हमेशा reality से लड़ती हैं
हम सब अपने मन में एक “perfect person” का चित्र बना लेते हैं।
और जब कोई real person सामने आता है,
तो वो imagination से match नहीं होता।
फिर हम सोचते हैं —
“ये सही नहीं है…”
“ये मेरे लिए नहीं…”
जबकि कभी-कभी वो व्यक्ति
हमारे लिए perfect होता है,
बस हमारे expectations perfect नहीं थे।
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✏️ 6. दिल को comfort zone छोड़ना पसंद नहीं
हम अक्सर उन्हीं लोगों में comfort ढूँढते हैं
जिन्होंने हमें hurt किया होता है।
दर्द भी familiar लगने लगता है।
इसलिए जब कोई अच्छा मिलता है,
सही मिलता है,
हम safe महसूस नहीं करते।
क्योंकि दिल को आदत pain की होती है,
love की नहीं।
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✏️ 7. सही इंसान हमें खुद से मिलवा देता है — और ये आसान नहीं
कई बार कोई इंसान इतना genuine होता है
कि वो हमें हमारी सच्चाई दिखा देता है—
- हमारी insecurities,
- हमारा डर,
- हमारी कमज़ोरियाँ,
- हमारी mistakes…
और कुछ लोग इस mirror को accept नहीं कर पाते।
इसलिए सही इंसान भी गलत लगने लगता है।
क्योंकि वो हमें change कराने आया है।
और बदलाव हमेशा uncomfortable होता है।
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⭐ अंत में एक बात…
कभी-कभी “गलत लगना”
मतलब गलत होना नहीं होता।
कई बार “सही इंसान” आकर
हमारे अंदर छुपी हुई चीजें बाहर लाता है—
वो चीजें जो हमें देखनी चाहिए थीं,
heal करनी चाहिए थीं,
समझनी चाहिए थीं।
सही इंसान मुश्किल इसलिए लगता है,
क्योंकि वो वही दिखाता है
जिससे हम भागते रहे।
और प्यार…
प्यार आखिर में उसी पर टिकता है
जो हमें सिर्फ अच्छा नहीं,
बल्कि better बनाता है।
— The End —
